Info India News I 3000 से ज्यादा अस्पतालों के खिलाफ एक्शन, 356000 क्लेम खारिज, आयुष्मान भारत स्कीम में घोटाले की बड़ी कहानी
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम है, जिसका उद्देश्य हाशिये पर रहने वाले लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस कवर प्रदान करना है. इस स्कीम के तहत 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलता है.
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के तहत लोकसभा और राज्यसभा में चर्चाओं का दौर जारी है. विपक्ष के हर सवाल का जवाब सत्तापक्ष के नेता और मंत्री दे रहे हैं. ऐसे ही एक सवाल के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य रज्यमंत्री प्रतापराव जाधव ने आयुष्मान भारत स्कीम के बारे में बड़ी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना में घोटाले और अनियमितता पर सख्त एक्शन लेने की जानकारी दी है. फर्जी तरीके से क्लेम कर बीमा की राशि निकालने का प्रयास किया गया, जिसे समय रहते नाकाम कर दिया. लाखों की संख्या में बोगस क्लेम को रिजेक्ट करते हुए 643 करोड़ रुपये की बचत की गई. इसके अलावा कुल मिलाकर 3000 से ज्यादा अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. सैकड़ों अस्पताल को जहां पैनल से बाहर कर दिया गया है, वहीं सैकड़ों अन्य अस्पतालों पर जुर्माना भी लगाया गया है. बता दें कि आयुष्मान भारत स्कीम के तहत किसी भी तरह की समस्या से निपटने के लिए तीन स्तरीय मेकेनिज्म बनाया गया है, ताकि किसी भी तरह के फर्जीवाड़े को समय रहते रोका जा सके.
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने मंगलवार को राज्यसभा में आयुष्मान भारत को लेकर बड़ी जानकारी दी गई. उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा दी गई सूचना के अनुसार, धोखाधड़ी करने वाली संस्थाओं के खिलाफ 643 करोड़ रुपये के 3.56 लाख क्लेम को खारिज करने और 1,114 अस्पतालों को पैनल से हटाने की कार्रवाई की गई है. उन्होंने एक सवाल पर दिए लिखित जवाब में कहा कि 1,504 दोषी अस्पतालों पर 122 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है और 549 अस्पतालों को सस्पेंड कर दिया गया है.
थ्री–टायर सिस्टम
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के तहत जिला, राज्य और नेशनल लेवल पर शिकायत से निपटने क लिए तीन स्तरीय सिस्टम तैयार किया गया है. इसमें प्रत्येक स्तर पर डेडिकेटेड नोडल अफसर और कमेटियां हैं. मंत्री ने जाधव ने बताया कि लाभार्थी वेब-आधारित पोर्टल सेंट्रलाइज्ड ग्रिवांस रिड्रेसल मैनेजमेंट सिस्टम (सीजीआरएमएस), केंद्रीय और राज्य कॉल सेंटर (14555), ईमेल, एसएचए को पत्र आदि सहित विभिन्न माध्यमों का उपयोग करके अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं. दुरुपयोग या दुर्व्यवहार का पता लगाने में सुधार के लिए अस्पताल के दावों की जांच के लिए लगभग रियल टाइम मॉनिटरिंग और AI बेस्ड सिस्टम का उपयोग किया जाता है. इसके अलावा क्लेम की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए अस्पतालों में रैंडम ऑडिट और सरप्राइज इंस्पेक्शन किए जाते हैं.
बुजुर्गों को खास सुविधा
आयुष्मान वय वंदना कार्ड 70 साल या उससे अधिक आयु के सभी सीनियर सिटीजन को उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति के बावजूद 5 लाख रुपये का निशुल्क स्वास्थ्य कवर प्रदान करता है. AB-PMJAY के तहत पहले से ही कवर किए गए परिवारों से संबंधित वरिष्ठ नागरिकों को अपने लिए प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का अतिरिक्त टॉप-अप कवर मिलता है. इस योजना का विस्तार 4.5 करोड़ परिवारों के छह करोड़ सीनियर सिटीजन को कवर करने के लिए किया गया था. स्वास्थ्य राज्यमंत्री जाधव ने कहा कि AB-PMJAY दुरुपयोग और दुर्व्यवहार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति द्वारा शासित है और इसके क्रियान्वयन के विभिन्न चरणों में योजना में होने वाली विभिन्न प्रकार की अनियमितताओं की रोकथाम, पता लगाने और रोकथाम के लिए विभिन्न कदम उठाए जाते हैं.