Info India News I Bhopal I भोपाल जेल में प्रख्यात रेकी हीलर, सेलिब्रिटी टैरो कार्ड रीडर आयुष गुप्ता ने कैदियों को सिखाया अध्यात्म से जुड़ना
भोपाल में मेंटल हेल्थ पर होंगे सेशन्स
मध्यप्रदेश को आध्यात्मिक क्षेत्र में सक्षम एवं मानसिक रूप से मजबूत बनाने का है संकल्प
“अनंत ऊर्जा सफर” एक ऐसी पहल है जिससे आप आध्यात्मिक रूप से खुद से जुड़ सकते है और यदि आप इसे अपने नियमित जीवन में लागू कर लें तो आपका जीवन ही बदल जाएगा। आजकल के नीरस जीवन में जहाँ हर व्यक्ति शारिरिक के साथ मानसिक कमजोरी का भी सामना कर रहा है उनके लिए अनंत ऊर्जा सफर एक नए जीवन कि शुरुआत करने जैसा है। भोपाल जेल में “अनंत ऊर्जा सफर” के सेशन्स लिए विश्व के सबसे युवा रेकी हीलर, सेलेब्रिटी टैरो कार्ड रीडर और अंकशास्त्री आयुष गुप्ता ने कैदियों को अध्यात्म से जुड़ने का रास्ता बताया। उन्होंने भोपाल जेल में 3 दिवसीय सत्र का आयोजन किया जिसमें जेल में विभिन्न अपराधों के तहत सजा काट रहे कैदियों को भविष्य की सही राह दिखाने के उद्देश्य से आयुष ने मेंटल हेल्थ के सेशन आयोजित किये।इन 3 दिन चले सेशन्स में कैदियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।इस दौरान कैदियों ने मेडीटेशन के माध्यम से जेल में रहकर भी तनाव को कम कर खुद को स्वस्थ रखने के गुर सीखे। भोपाल जेल अधीक्षक राकेश के साथ आशीष सक्सेना ने भी आयुष गुप्ता को इस सराहनीय योगदान के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
उल्लेखनीय है कि आयुष गुप्ता दुबई, नेपाल सहित दुनियाभर में अब तक रैकी हीलिंग के माध्यम से 1000 से भी अधिक लोगों का उपचार कर चुके है जिसमें कैंसर एवं कोमा जैसी गंभीर बीमारियों वाले मरीज भी शामिल है साथ ही आयुष ने 20000 से भी अधिक लोगों को टैरो कार्ड रीडिंग से उनके भविष्य की सही राह दिखाई है जिसमें संजय दत्त,राकेश रोशन जैसे कई जाने माने सेलेब्रिटीज़ भी शामिल है। आयुष छोटी उम्र से ही अध्यात्म की ओर अग्रसर है और उनकी इन्ही विशेषताओं के चलते भारत ही नहीं बल्कि विश्वभर में उन्हें हीलिंग और टैरो कार्ड रीडिंग के लिए आमंत्रित किया जाता है।
इन दिनों आयुष भोपाल में हैं जहां वह कॉलेज और इंस्टिट्यूटस में भी जाकर छात्रों एवं स्टॉफ को मैडिटेशन एवं रैकी के सेशन लेंगे।
आयुष ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़े भोपाल के मेरे कई फॉलोवर्स काफ़ी समय से मुझे भोपाल आने की गुजारिश कर रहे थे उनकी सहायता के लिए भोपाल में अनंत ऊर्जा सफर की शुरुआत की जा रही है एवं भविष्य में इसे नियमित किया जाए जिसके सकारात्मक परिणाम आपको जल्द ही देखने को मिल जाएंगे। शारीरिक सेहत के लिए भोपाल के स्कूल एवं कॉलेज में तरह – तरह के कैम्प्स और उपकरणों से स्टूडेंट्स की देख रेख की जाती है लेकिन मानसिक सेहत के लिए “अनंत ऊर्जा सफर” के तहत यह पहला कदम रहेगा।उन्होंने कहा कि मैं मध्यप्रदेश को आध्यात्मिक क्षेत्र में सक्षम एवं मानसिक रूप से मजबूत बनाने की शुरुआत करना चाहता हूँ जिस से हम एक नया बदलाव देख सकेंगे क्यूंकि शारीरिक स्वास्थ जितना ज़रूरी है उतना ही ज़रूरी मानसिक रूप से स्वस्थ होना है।
भोपाल डेस्क
इन्फो इंडिया न्यूज़