Info India News I पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब ब्रिज का उद्घाटन किया और पहलगाम आतंकी हमले का जवाब माता वैष्णो देवी के मंत्र से दिया.
PM Modi in Jammu and kashmir: 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हुआ. आतंकियों ने धर्म पूछकर टूरिस्टों को मारा. आतंकियों ने हिंदू टूरिस्टों की पहचान करने के लिए कलमा पढ़वाए. अब उस कलमे का जवाब पीएम मोदी ने मंत्र से दिया है. पीएम मोदी आज जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में थे. उन्होंने आज चिनाब ब्रिज का उद्घाटन किया. यहीं से पीएम मोदी ने पाकिस्तान और आतंकियों को संदेश दिया- चाहे दुश्मन लाख चाहे, मगर जम्मू-कश्मीर के विकास की रफ्तार रुकने वाली नहीं है. आज जब पीएम मोदी ने संबोधित किया तो उसमें भी उस पहलगाम वाले कलमे का जवाब था.
दरअसल, पीएम मोदी ने चिनाब ब्रिज का उद्घाटन करने के बाद जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत एक मंत्र से थी. वह मंत्र माता वैष्णो देवी को समर्पित है. पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत में कहा, ‘ओम … माता वैष्णो देवी चरणे च मत्था टेकना.’ इसका मतलब है माता वैष्णो देवी के चरणों में मत्था टेकना. यानी उनके सामने प्रार्थना करना. इसके बाद पीएम मोदी ने जैसे माता वैष्णो देवी के जयकारे लगाए, वहां मौजूद लोग भी उनके पीछे से जयकारे लगाने लगे.
पहलगाम वाले कलमा का जवाब
पीएम मोदी का मंत्रोचारण उस कलमा का जवाब है, जिसके लिए आतंकियों ने 22 अप्रैल को टूरिस्टों को मजबूर किया था. पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकियों ने धर्म पूछकर हिंदू टूरिस्टों को मारा था. इसमें एक नेपाली नागरिक भी मारा गया था. हालांकि, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से पहलगाम अटैक का बदला लिया. ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था और सैकड़ों आतंकियों को मारा था.
आज पीएम मोदी ने क्या-क्या कहा?
पड़ोसी देश मानवता का विरोधी और पर्यटन का विरोधी है. वो ऐसा देश है जो गरीब की रोजी-रोटी का भी विरोधी है.
22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तान ने इंसानियत और कश्मीरियत दोनों पर वार किया. उसका इरादा भारत में दंगे कराना था. कश्मीर के मेहनत कश लोगों की कमाई को रोकना था. इसलिए टूरिस्टों पर हमला किया, जो बीते 5 साल में लगातार बढ़ रहा था.
पाकिस्तान की साजिश जम्मू-कश्मीर के लोगों की कमाई छीनना था. नौजवान आदिल वहां पर मेहनत मजदूरी करने गया था. आतंकियो ने उस आदिल को भी मार दिया.
जम्मू-कश्मीर का नौजवान अब आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने का मन बना चुका है. ये वो आतंकवाद हैं, जिसने घाटी में स्कूल जलाए, अस्पताल तबाह किए, जिसने कई पीढ़ियों को बर्बाद किया.
आज 6 जून है… संयोग से ठीक एक महीने पहले, आज की ही रात पाकिस्तान के आतंकियों पर कयामत बरसी थी. अब पाकिस्तान कभी भी ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनेगा तो उसे अपनी शर्मनाक शिकस्त याद आएगी. पाकिस्तानी फौज और आतंकियों ने कभी नहीं सोचा था कि भारत, पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों पर इस तरह वार करेगा. वर्षों की मेहनत से उन्होंने आतंक की जो इमारतें बनाई थीं, वो कुछ ही मिनटों में खंडहर बन गईं.